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आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में वृद्धि: सरकार का सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम

आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में वृद्धि: सरकार का सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम

भारत सरकार ने हाल ही में आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में ऐतिहासिक वृद्धि की घोषणा की है। यह निर्णय लाखों महिला कार्यकर्ताओं के लिए आर्थिक सुरक्षा और सम्मान का प्रतीक है। जो कार्यकर्ता स्वास्थ्य और पोषण सेवाओं के लिए अपने समुदायों में दिन-रात मेहनत करती हैं, उनके जीवन स्तर को सुधारने के लिए यह एक स्वागत योग्य पहल है।

इस नई नीति के तहत, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का अधिकतम मासिक मानदेय अब ₹15,000 तक बढ़ा दिया गया है। यह वृद्धि उनके कार्य के महत्व और योगदान को मान्यता देने के साथ-साथ उन्हें प्रेरित करने के लिए की गई है।

आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में वृद्धि: सरकार का सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम

आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता: कौन हैं और उनकी भूमिका क्या है?

आशा कार्यकर्ता (ASHA)

आशा का पूरा नाम Accredited Social Health Activist है। ये कार्यकर्ता ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की रीढ़ हैं। उनकी जिम्मेदारी गर्भवती महिलाओं की देखभाल, बच्चों के टीकाकरण, परिवार नियोजन पर जागरूकता फैलाना और अन्य स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है।

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता एकीकृत बाल विकास सेवा (ICDS) योजना के अंतर्गत आती हैं। उनका काम 0-6 साल के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को पोषण और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना है। इसके अलावा, वे बच्चों की प्रारंभिक शिक्षा और पोषण स्तर में सुधार के लिए भी काम करती हैं।

योजना का मुख्य विवरण

विवरण जानकारी
योजना का नाम आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मानदेय वृद्धि योजना
लाभार्थी आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता
अधिकतम मानदेय ₹15,000 प्रति माह
लागू तिथि अगले महीने से
कार्यान्वयन एजेंसी केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय
आवेदन प्रक्रिया स्वतः लागू

मानदेय वृद्धि: पहले और अब

आशा कार्यकर्ता

  • पहले: अधिकतम ₹3,500 प्रति माह
  • अब: अधिकतम ₹15,000 प्रति माह

आंगनवाड़ी कार्यकर्ता

  • पहले: ₹3,000 से ₹4,500 प्रति माह
  • अब: अधिकतम ₹15,000 प्रति माह

आंगनवाड़ी सहायक

  • पहले: ₹1,500 से ₹2,250 प्रति माह
  • अब: संभावित वृद्धि (स्पष्ट घोषणा की प्रतीक्षा)

मानदेय वृद्धि के लाभ

  1. आर्थिक सशक्तिकरण: कार्यकर्ताओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाएगा।
  2. कार्य प्रेरणा: उच्च मानदेय से उनका मनोबल बढ़ेगा और वे अपने काम में अधिक समर्पित होंगी।
  3. बेहतर सेवाएं: आर्थिक स्थिरता से कार्यकर्ताओं का ध्यान उनकी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार पर केंद्रित रहेगा।
  4. ग्रामीण स्वास्थ्य में सुधार: प्रेरित कार्यकर्ता ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाएंगी।
  5. सामाजिक सम्मान: अधिक मानदेय से समाज में इन कार्यकर्ताओं का सम्मान बढ़ेगा।

योजना की पृष्ठभूमि

आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता भारत के स्वास्थ्य और पोषण कार्यक्रमों की आधारशिला हैं। वे समुदाय और सरकार के बीच सेतु का काम करती हैं।

2018 में हुई पिछली वृद्धि

2018 में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इनके मानदेय में वृद्धि की थी। उस समय:

  • आशा कार्यकर्ताओं के प्रोत्साहन भत्ते को दोगुना कर दिया गया था।
  • उन्हें प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत मुफ्त बीमा कवरेज दिया गया था।

इस नई वृद्धि से सरकार ने उनके कार्य को और अधिक महत्व दिया है।

योजना के उद्देश्य

  1. आर्थिक सुधार: कार्यकर्ताओं के जीवन स्तर को बेहतर बनाना।
  2. स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को उन्नत करना।
  3. महिला सशक्तिकरण: महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता देना।
  4. स्वास्थ्य संकेतकों में सुधार: ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं के माध्यम से समग्र स्वास्थ्य मानकों में सुधार।

लाभ पाने के लिए पात्रता

  1. कार्यरत आशा या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता होना अनिवार्य।
  2. सक्रियता: कार्यकर्ता को अपने क्षेत्र में नियमित रूप से कार्यरत होना चाहिए।
  3. प्रदर्शन: कार्यकर्ता का प्रदर्शन संतोषजनक होना चाहिए।
  4. प्रशिक्षण: नियमित प्रशिक्षण और कार्यशालाओं में भाग लेना अनिवार्य है।
  5. समय पर रिपोर्ट: सभी दस्तावेज़ और रिपोर्ट समय पर जमा करनी होगी।

आवेदन प्रक्रिया

इस योजना के तहत किसी आवेदन की आवश्यकता नहीं है। यह मानदेय वृद्धि स्वचालित रूप से लागू होगी। कार्यकर्ताओं को केवल यह सुनिश्चित करना होगा कि उनका कार्य रिकॉर्ड अद्यतन है और प्रदर्शन मानकों के अनुरूप है।

योजना का प्रभाव

कार्यकर्ताओं पर प्रभाव

  1. आर्थिक स्थिति में सुधार।
  2. कार्य संतोष में वृद्धि।
  3. समाज में बढ़ा हुआ सम्मान।

स्वास्थ्य सेवाओं पर प्रभाव

  1. सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार।
  2. ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य पहुंच।
  3. टीकाकरण और मातृ स्वास्थ्य में सुधार।

समाज पर प्रभाव

  1. महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा।
  2. ग्रामीण अर्थव्यवस्था में सुधार।
  3. स्वास्थ्य जागरूकता में वृद्धि।

निष्कर्ष

आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के मानदेय में वृद्धि सरकार का एक दूरदर्शी कदम है, जो महिला सशक्तिकरण, स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और ग्रामीण विकास को बढ़ावा देगा। यह पहल इन कार्यकर्ताओं को उनके योगदान के लिए सम्मानित करने के साथ-साथ उनकी जीवन गुणवत्ता को बेहतर बनाने का काम करेगी।

डिस्क्लेमर: यह लेख केवल जानकारी प्रदान करने के उद्देश्य से है। योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए आधिकारिक सरकारी वेबसाइट पर जाएं।

अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें